तनसुख संजीवनी वटी बुखार, हैजा और बच्चों के रोगों में प्रभावी
आयुर्वेदिक चिकित्सा: शारंगधर संहिता
सामग्री :
वायविडंग, हरड़, बहेड़ा, आंवला, पिप्पली, शुंथि, वाचा, गुडुची, शुद्ध बिल्व, शुद्ध वैश्य
इसके साथ संसाधित: गोमूत्र
उपयोग के लिए दिशा-निर्देश-
1 गोली शहद के साथ दिन में दो बार या आयुर्वेदाचार्य या चिकित्सक के निर्देशानुसार
(आकार) में उपलब्ध-
10 ग्राम, 500 ग्राम, 1 किग्रा
सुरक्षा संबंधी जानकारी:
- उपयोग से पहले लेबल को ध्यान से पढ़ें
- ठंडी जगह और सूखी जगह पर, सीधी धूप से दूर रखें
- बच्चों की पहुंच से दूर रखें
- सलाह डी गयी खुराक से अधिक न करें
तनसुख संजीवनी वटी बुखार, हैजा और बच्चों के रोगों में प्रभावी
आयुर्वेदिक चिकित्सा: शारंगधर संहिता
सामग्री :
वायविडंग, हरड़, बहेड़ा, आंवला, पिप्पली, शुंथि, वाचा, गुडुची, शुद्ध बिल्व, शुद्ध वैश्य
इसके साथ संसाधित: गोमूत्र
उपयोग के लिए दिशा-निर्देश-
1 गोली शहद के साथ दिन में दो बार या आयुर्वेदाचार्य या चिकित्सक के निर्देशानुसार
(आकार) में उपलब्ध-
10 ग्राम, 500 ग्राम, 1 किग्रा
सुरक्षा संबंधी जानकारी:
- उपयोग से पहले लेबल को ध्यान से पढ़ें
- ठंडी जगह और सूखी जगह पर, सीधी धूप से दूर रखें
- बच्चों की पहुंच से दूर रखें
- सलाह डी गयी खुराक से अधिक न करें