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हड्डियों और जोड़ों के दर्द के लिए पंचगुण तेल
हड्डियों और जोड़ों के दर्द के लिए पंचगुण तेल
तनसुख पंचगुण तेल या तनसुख पंचगुण तेल हड्डियों और जोड़ों के दर्द, सूजन, कट, मोच और अन्य सभी वाटिक विकारों के लिए एक आयुर्वेदिक तेल है। पंचगुण तेल कान दर्द में भी उपयोगी है।
मुख्य सामग्री:
हरड़, बहेड़ा, आंवला, नीम पत्र, संभालू पत्ती, तिल पूंछ, मोम, राल, गुग्गुलु, कपूर, नीलगिरी, केजोपुटी पूंछ
उपयोग के लिए दिशा-निर्देश:
केवल बाहरी उपयोग (बाहरी उपयोग)
आयुर्वेदाचार्य या चिकित्सक के निर्देशानुसार उपयोग करें
(आकार) में उपलब्ध:
50 मिली, 100 मिली, 500 मिली, 1 लीटर
सुरक्षा संबंधी जानकारी:
- उपयोग से पहले लेबल को ध्यान से पढ़ें
- ठंडी जगह और सूखी जगह पर, सीधी धूप से दूर रखें
- बच्चों की पहुंच से दूर रखें
- सलाह डी गयी खुराक से अधिक न करें
महायोगराज गुग्गुलु
महायोगराज गुग्गुलु
महायोगराज गुग्गुलु (महायोगराज गुग्गुलु), एक आयुर्वेदिक शास्त्रीय औषधि है जिसका उपयोग सदियों से कई स्वास्थ्य स्थितियों के इलाज के लिए किया जाता रहा है। यह औषधीय जड़ी-बूटियों का एक संयोजन है जिसका उपयोग कई प्रकार की चिकित्सीय स्थितियों के इलाज के लिए किया जाता है।
महायोगराज गुग्गुल के फायदे:
- जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करता है
- गठिया और अन्य सूजन संबंधी स्थितियों में मदद करता है
- रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है
- स्वस्थ पाचन को बढ़ावा देता है
- परिसंचरण में सुधार करता है
- तनाव और चिंता को कम करता है
महायोगराज गुग्गुल सामग्री:
महा योगराजा गुग्गुलु में जड़ी-बूटियों का मिश्रण होता है, जिसमें गुग्गुलु राल, त्रिफला (तीन फलों का संयोजन), विडंग फल, अजवाइन के बीज, चव्य जड़, शुंथि जड़, पिप्पली फल, मुस्ता जड़, चित्रक जड़, गुडुची तना और हरीतकी फल शामिल हैं।
संरचना - प्रत्येक 375 मिलीग्राम टैबलेट में शामिल हैं: सोंथ (ज़िंगिबर ऑफ़सिनेल) (आरजेड);
मारीच (पाइपर नाइग्रम) (Fr.), पिप्पली (Piper longum) (Fr.), हरड़ (Temenalia chebula) (P.) , बहेड़ा (Temenalia Bellirica) (P.) , आमला (एम्बिलिका ऑफिसिनालिस) (P) , पाठा (सिसामपेलोस परेरा)(रिटा.), सौंफ (फोनीकुलम वल्गारे) (फा.), हल्दी (करकुमा लोंगा) (रे.), दारूहल्दी (बर्बेरिस अरिस्टाटा) (सेंट.), अजवाइन (ट्रैकिस्पेमम अम्मी)(फा.), वाच (एकोरस कैलमस) (Rz.), शुद्ध हिंग (Ferula foetida) (Exd.), हापुशा (Juniperrus cmunis) (Fr.), गजपीपल (Sindapsus officinalis) (Fr.), काला जीरा (Carum cavi) (Fr.) , कचूर (करकुमा ज़ेडोरिया) (रिटा.), धनिया (कोरियनड्रम सैटिवम) (फादर), विद नमक (अमोनियम क्लोराइड), काला नमक (काला नमक), सैंधव नमक (सेंधा नमक), पिपलामूल (पाइपर लोंगम) (रिटा.) ) , डालचिनी (सिनामोमम ज़ेलेनिकम) (सेंट बीके.), इलाइची (एलेटारिया इलायचीम) (एसडी.), तेजपत्र (सिनामोमम तमाला) (एलएफ.), नागकेशर (मेसुआ फेरिया) (एसटीएमएन), मारुवादौना (मोजोराना हॉर्टेंसिस) (एलएफ) .) , लौह भस्म, शुद्ध राल (शोरिया रोबस्टा) (एक्सडी.), गोखरू (ट्राइबुलस टेरेस्ट्रिस) (फा.), रस्ना (प्लुचिया लांसोलाटा) (एलएफ.), अतीस (एकोनिटम हेटरोफिलम) (आरटी.), सुंथी (ज़िंगिबर) ऑफिसिनेल) (आरजेड.), यवक्षार, अमलावेता (गार्सिनिया पेडुनकुलता) (सेंट), शुद्ध गुग्गुलु (कॉमिफोरा वाइटी) (एक्सडी.) 56 भाग, गोघृत (स्पष्ट मक्खन) प्रश्न
भंडारण:
महायोगराज गुग्गुलु (महायोगराज गुग्गुलु) को सीधी धूप से दूर ठंडी, सूखी जगह पर रखें।
खुराक:
महायोगराज गुग्गुलु की अनुशंसित खुराक 1-2 गोलियाँ दिन में दो बार गर्म पानी के साथ या किसी स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर के निर्देशानुसार है।
शेल्फ लाइफ: महायोगराज गुग्गुलु की शेल्फ लाइफ निर्माण की तारीख से 5 वर्ष है।
सुरक्षा संबंधी जानकारी:
महायोगराज गुग्गुलु, जब निर्देशों के अनुसार लिया जाता है, आम तौर पर सुरक्षित होता है। इसका सेवन उन महिलाओं को नहीं करना चाहिए जो गर्भवती हैं, स्तनपान करा रही हैं, बच्चे हैं या जिन्हें लीवर या गुर्दे की बीमारी है। कोई भी नई पूरक व्यवस्था शुरू करने से पहले एक पेशेवर स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से परामर्श लें।
महायोगराज गुग्गुल के दुष्प्रभाव:
महायोगराज गुग्गुलु के कोई दुष्प्रभाव नहीं हैं, लेकिन इसे केवल निर्धारित खुराक में और चिकित्सकीय देखरेख में ही लेने की सलाह दी जाती है।
जहां आप खरीद सकते हैं
महायोगराज गुग्गुल की कीमत काफी उचित है। आप महायोगराज गुग्गुलु को यहां से ऑनलाइन खरीद सकते हैं। यह उत्पाद Amazon, Flipkart और 1mg जैसी खुदरा साइटों पर उपलब्ध है। यदि आप इसे काउंटर पर खरीदना चाहते हैं, तो आपको अपने नजदीकी आयुर्वेदिक स्टोर पर जाना चाहिए।
वट मंत्र तेल
वट मंत्र तेल
चिकित्सीय उपयोग (लाभ):
मोटापा, व्यायाम की कमी, स्पॉन्डिलाइटिस, रुमेटीइड, गठिया, लूम्बेगो साइटिस और अन्य वात विकार
मुख्य सामग्री:
बाला, दशमूल, धतूरा, एरंड मूल, शुद्ध कुचला, मेथी, गंध प्रसारिणी, रक्त, गुंजा, रशना, सहिजन, सैंधव नमक आदि
इस्तेमाल केलिए निर्देश:
प्रभावित क्षेत्र पर धीरे से मालिश करें। केवल बाहरी उपयोग के लिए या चिकित्सक या आयुर्वेदाचार्य के निर्देशानुसार
(आकार) में उपलब्ध:
100 मि.ली., 50 मि.ली
सुरक्षा संबंधी जानकारी:
- उपयोग से पहले लेबल को ध्यान से पढ़ें
- ठंडी जगह और सूखी जगह पर, सीधी धूप से दूर रखें
- बच्चों की पहुंच से दूर रखें
- सलाह डी गयी खुराक से अधिक न करें
पुनर्नवादि गुग्गुलु (पुनर्नवाडी गुग्गुलु)
पुनर्नवादि गुग्गुलु (पुनर्नवाडी गुग्गुलु)
पुनर्नवादि गुग्गुलु (पुनर्नवाडी गुग्गुलु) हर्बल सामग्री के संयोजन से बनी एक आयुर्वेदिक दवा है। यह एक टैबलेट के रूप में उपलब्ध है जिसका उपयोग मुख्य रूप से सूजन संबंधी विकारों, जोड़ों के दर्द और मूत्र पथ के संक्रमण को प्रबंधित करने के लिए किया जाता है। विभिन्न आयुर्वेदिक कंपनियां इसका निर्माण करती हैं और यह ऑनलाइन और आयुर्वेदिक स्टोर्स पर उपलब्ध है।
पुनर्नवा गुग्गुलु के लाभ/उपयोग
पुनर्नवादि गुग्गुलु के कई स्वास्थ्य लाभ हैं, जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं:
- यह शरीर में सूजन और दर्द को कम करने में मदद करता है।
- जोड़ों के दर्द और गठिया के प्रबंधन में उपयोगी।
- यह मूत्र पथ के संक्रमण के इलाज में मदद करता है।
- यह पाचन में सुधार करता है और कब्ज से राहत दिलाता है।
- त्वचा विकारों के प्रबंधन में उपयोगी.
- यह स्वस्थ कोलेस्ट्रॉल स्तर को बनाए रखने में मदद करता है।
- मोटापा और मधुमेह के इलाज में फायदेमंद।
पुनर्नवा गुग्गुलु सामग्री:
पुनर्नवा गुग्गुलु की सामग्री इस प्रकार हैं:
- पुनर्नवा (बोरहविया डिफ्यूसा)
- गुग्गुलु (कोमीफोरा मुकुल)
- शुंथि (ज़िंगिबर ऑफिसिनेल)
- मारीचा (पाइपर नाइग्रम)
- पिप्पली (पाइपर लोंगम)
- विदंगा (एम्बेलिया रिब्स)
- दांती (बालिओस्पर्मम मोंटानम)
- त्रिवृत (ऑपरकुलिना टर्पेथम)
- हरीतकी (टर्मिनलिया चेबुला)
- बिभिताकी (टर्मिनलिया बेलिरिका)
- अमलाकी (एम्ब्लिका ऑफिसिनालिस)
भंडारण:
पुनर्नवादि गुग्गुलु को सीधी धूप और नमी से दूर, ठंडी और सूखी जगह पर संग्रहित किया जाना चाहिए। इसे बच्चों की पहुंच से दूर रखा जाना चाहिए।
तरीका:
पुनर्नवा गुग्गुलु गोलियाँ गोलियों के रूप में उपलब्ध हैं। इसे आमतौर पर पानी के साथ मौखिक रूप से या आयुर्वेदिक चिकित्सक के निर्देशानुसार लिया जाता है।
खुराक:
पुनर्नवादि गुग्गुलु की अनुशंसित खुराक व्यक्ति की स्वास्थ्य स्थिति, उम्र और अन्य कारकों के आधार पर भिन्न हो सकती है। पुनर्नवादि गुग्गुलु की सामान्य खुराक इस प्रकार है:
- वयस्क: 1-2 गोलियाँ, दिन में दो बार
- बच्चे: 1 गोली, दिन में दो बार
किसी भी दवा को शुरू करने से पहले किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श करना हमेशा उचित होता है।
शेल्फ जीवन:
पुनर्नवा गुग्गुलु की शेल्फ लाइफ निर्माता के आधार पर भिन्न हो सकती है। आम तौर पर विनिर्माण तिथि के 3 साल के भीतर उत्पाद का उपयोग करने की सिफारिश की जाती है।
सुरक्षा संबंधी जानकारी:
अनुशंसित खुराक में लेने पर पुनर्नवादि गुग्गुलु आमतौर पर सुरक्षित होता है। हालाँकि, दुर्लभ मामलों में इसके कुछ दुष्प्रभाव हो सकते हैं, जैसे:
- पेट खराब
- दस्त
- जी मिचलाना
- एलर्जी की प्रतिक्रिया
दुष्प्रभाव:
पुनर्नवा गुग्गुलु दुर्लभ मामलों में कुछ दुष्प्रभाव पैदा कर सकता है, जैसे:
- पेट खराब
- दस्त
- जी मिचलाना
- एलर्जी की प्रतिक्रिया
सावधानियां:
निम्नलिखित मामलों में पुनर्नवादि गुग्गुलु को सावधानी के साथ लिया जाना चाहिए:
- गर्भावस्था और स्तनपान: गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान पुनर्नवादि गुग्गुलु लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श करने की सलाह दी जाती है।
- बच्चे: बच्चों में पुनर्नवा गुग्गुलु को आयुर्वेदिक चिकित्सक के मार्गदर्शन में लिया जाना चाहिए।
- एलर्जी की प्रतिक्रिया: यदि आपको पुनर्नवा गुग्गुलु के किसी भी तत्व से एलर्जी है, तो इसे लेने से बचें।
- चिकित्सीय स्थितियाँ: यदि आपकी कोई अंतर्निहित चिकित्सीय स्थितियाँ हैं या आप दवाएँ ले रहे हैं, तो पुनर्नवादि गुग्गुलु लेने से पहले किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श लें।
आप कहां से खरीद सकते हैं:
पुनर्नवादि गुग्गुलु (पुनर्नवाडी गुग्गुलु)कीमत काफी उचित है। आप पुनर्नवदी गुग्गुलु को यहां से ऑनलाइन खरीद सकते हैं। यह उत्पाद Amazon, Flipkart और 1mg जैसी खुदरा साइटों पर भी उपलब्ध है। यदि आप इसे काउंटर पर खरीदना चाहते हैं, तो आपको अपने नजदीकी आयुर्वेदिक स्टोर पर जाना चाहिए। हमारे सभी उत्पाद सुरक्षित और 100% मूल हैं।
वट मंत्र गोल्ड कैप्सूल
वट मंत्र गोल्ड कैप्सूल
चिकित्सीय उपयोग (लाभ):
मोटापा, व्यायाम की कमी, स्पॉन्डिलाइटिस, रुमेटीइड, गठिया, लूम्बेगो साइटिस और अन्य वात विकार
मुख्य सामग्री:
स्वर्ण भस्म, अभ्रक भस्म, स्वर्णमष्टिक भस्म, लौह भस्म, शुद्ध कपिलु, अश्वगंधा, शुद्ध गुग्गुलु आदि
इस्तेमाल केलिए निर्देश:
1-2 कैप्सूल दिन में दो बार गर्म पानी/दूध के साथ या चिकित्सक या आयुर्वेदाचार्य के निर्देशानुसार
सावधानियां:
हरी सब्जी, मौसमी फलों का सेवन करें और व्यायाम के माध्यम से शरीर के वजन को नियंत्रित रखना चाहिए।
(आकार) में उपलब्ध:
30 कैप्स, 500 कैप्स
सुरक्षा संबंधी जानकारी:
- उपयोग से पहले लेबल को ध्यान से पढ़ें
- ठंडी जगह और सूखी जगह पर, सीधी धूप से दूर रखें
- बच्चों की पहुंच से दूर रखें
- सलाह डी गयी खुराक से अधिक न करें
एकांगवीर रस (गोलियाँ) | एकांगवीर रस
एकांगवीर रस (गोलियाँ) | एकांगवीर रस
एकांगवीर रस (एकांगवीर रस) एक पारंपरिक आयुर्वेदिक औषधि है जो अपने चिकित्सीय गुणों के लिए जानी जाती है। इसका उपयोग मुख्य रूप से अस्थमा, खांसी और ब्रोंकाइटिस जैसे श्वसन विकारों के उपचार और प्रबंधन में किया जाता है, साथ ही अपच, भूख न लगना और सूजन जैसे पाचन संबंधी मुद्दों के उपचार और प्रबंधन में भी किया जाता है। यहां उत्पाद के बारे में कुछ जानकारी दी गई है:
एकांगवीर रस सामग्री:
रचना - रस सिन्दूर, शुद्ध गंधक, कांत लौह भस्म, वंग भस्म, नाग भस्म, ताम्र भस्म, लौह भस्म, सुंथी (जिंजिबर ऑफिसिनाफे) (Rz.), कालीमिर्च (पाइपर निग्रम) (Fr.), पीपल (पाइपर लोंगम) ( फादर) प्रत्येक 1 भाग
इसके साथ संसाधित - त्रिफला (पी), सुंथी (जिंजिबर ऑफसिनेल) (आरजेड.), कालीमिर्च (पाइपर निग्रम) (एफआर.) , पीपल (पाइपर लोंगम) (एफआर.) , निर्गुंडी (विटेक्स नेगुंडो) (एलएफ.) , चित्रक (प्लंबैगो ज़ेलेनिका) (रिटा.), भृंगराज (एक्लिप्टा अल्बा) (पीआई.), सहिजन (मोरिंगा पर्टिगोस्पर्मा) (बीके.), कूथ (सॉसुरिया लप्पा) (रिटा.), आंवला (एम्बेलिका ऑफिसिनैलिस) (पी.), कुचला (स्ट्राइकन्स नक्स- वोमिका) (Sd), आक (कैलोट्रोपिस प्रोसेरा) (Lf.), धतूरा (Datura मेटा) (Lf.), Adrak (Zingiber officinale) (Rz.) प्रत्येक QS
एकांगवीर रस के उपयोग/फायदे:
एकांगवीर रस (एकांगवीर रस) एक पारंपरिक आयुर्वेदिक औषधि है जो अपने चिकित्सीय गुणों के लिए जानी जाती है। यहां इसके कुछ लाभ दिए गए हैं: (एकांगवीर रस के फायदे)
- अस्थमा, खांसी और ब्रोंकाइटिस जैसे श्वसन संबंधी विकारों के इलाज में मदद करता है
- पाचन में सहायता करता है और अपच, भूख न लगना और सूजन जैसी पाचन संबंधी समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करता है
- प्रतिरक्षा प्रणाली का समर्थन करता है और संक्रमण से लड़ने में मदद करता है
- समग्र स्वास्थ्य और जीवन शक्ति को बेहतर बनाने में मदद करता है
खुराक:
एकांगवीर रस टैबलेट की अनुशंसित खुराक 125 मिलीग्राम से 250 मिलीग्राम है, जिसे दिन में एक या दो बार या आयुर्वेदिक चिकित्सक के निर्देशानुसार लिया जाना चाहिए। भोजन के बाद इसे शहद, अदरक के रस या पानी के साथ लेना चाहिए।
शेल्फ जीवन:
एकांगवीर रस (एकांगवीर रस) की शेल्फ लाइफ निर्माण की तारीख से 5 वर्ष है।
भंडारण:
इसे सीधे धूप और नमी से दूर, ठंडी, सूखी जगह पर संग्रहित किया जाना चाहिए।
सुरक्षा संबंधी जानकारी:
- इसे किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक की देखरेख में लेना चाहिए।
- किसी चिकित्सक की सलाह के बिना इसे अधिक मात्रा में या लंबे समय तक नहीं लेना चाहिए।
- गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं, या 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए इसकी अनुशंसा नहीं की जाती है।
- इसे बच्चों की पहुंच से दूर रखा जाना चाहिए।
एकांगवीर रस के साइड इफेक्ट्स:
- एकांगवीर रस (एकांगवीर रस) के कोई दुष्प्रभाव नहीं हैं, लेकिन इसे केवल निर्धारित खुराक में और चिकित्सकीय देखरेख में ही लेने की सलाह दी जाती है।
कहां खरीदें:
एकांगवीर रस की कीमत काफी उचित है। आप यहां से एकांगवीर रस ऑनलाइन खरीद सकते हैं। यह उत्पाद Amazon, Flipkart और 1mg जैसी खुदरा साइटों पर उपलब्ध है। यदि आप इसे काउंटर पर खरीदना चाहते हैं, तो आपको अपने नजदीकी आयुर्वेदिक स्टोर पर जाना चाहिए।
वटमंत्र कैप्सूल
From ₹ 185.00
Unit price perवटमंत्र कैप्सूल
From ₹ 185.00
Unit price per तनसुख वात मंत्र कैप्सूल या वातमंत्र आयुर्वेदिक औषधि, मोटापा, व्यायाम की कमी, स्पॉन्डिलाइटिस, संधिशोथ, गठिया, लूम्बेगो साइटिका और अन्य वात विकारों में उपयोगी है।
मुख्य सामग्री:
सल्लकी, शुद्ध गुग्गुलु, सहिजन, मुक्ताशुक्ति पिष्टी, रस सिन्दूर, शुद्ध कपिलु, शुद्ध शिलाजीत, अश्वगंधा, सोंठ
इस्तेमाल केलिए निर्देश:
1-2 कैप्सूल दिन में दो या तीन बार दूध या तनसुख महारास्नादि क्वाथ के साथ या चिकित्सक या आयुर्वेदाचार्य के निर्देशानुसार
(आकार) में उपलब्ध:
30कैप्स, 60कैप्स, 500कैप्स
सुरक्षा संबंधी जानकारी:
- उपयोग से पहले लेबल को ध्यान से पढ़ें
- ठंडी जगह और सूखी जगह पर, सीधी धूप से दूर रखें
- बच्चों की पहुंच से दूर रखें
- सलाह डी गयी खुराक से अधिक न करें
Vat Mantra Caps + Vat Mantra Oil ( Joints and Knee Pain ) COMBO PACK
Vat Mantra Caps + Vat Mantra Oil ( Joints and Knee Pain ) COMBO PACK
Therapeutic Uses (Benefits): Vat Mantra Oil
Obesity, Lack of execise, Spondiylitis, Rheumatoid, arthritis, Lumbago Sciatice and other Vat Disorders
Key Ingredients:
Bala, Dashmool, Dhatura, Erand Mool, shuddh Kuchla, Methi, Gandh Prasaarini, Rakt, Gunja, Rashna, Sahijan, Saindhav namak etc
Directions for Use:
Massage gently over the affected area.FOR EXTERNAL USE ONLY or as directed by Physician or Ayurvedacharya
Tansukh Vat Mantra Capsule or Vatmantra Ayurvedic Medicine, is useful in Obesity, Lack of exercise, Spondylitis, Rheumatoid, Arthritis, Lumbago Sciatica and other Vat Disorders
Key Ingredients:
Sallaki, Shuddh Guggulu, Sahijan, Muktashukti Pishti, Ras Sindoor, Shuddh Kapilu, shuddh shilajit, Ashwagandha, Sonth
Directions for Use:
1-2 Capsules twice or thrice daily with milk or Tansukh Maharasnadi Kwath or as directed by Physician or Ayurvedacharya
Safety Information:
- Read the label Carefully before use
- Store in a cool place and dry place, Away from direct sunlight
- Keep out of the reach of children
- Do not exceed the recommended dose
अजमोदादि चूर्ण
अजमोदादि चूर्ण
तनसुख अजमोदादि चूर्ण एक आयुर्वेदिक शास्त्रीय हर्बल औषधि है जो आमवाती विकारों, गठिया और जोड़ों के दर्द को कम करने में मदद करती है। सावधानियों के साथ नियमित रूप से उपयोग करने से बेहतर परिणाम मिलते हैं। आमवाती विकारों, गठिया और जोड़ों के दर्द में प्रभावी
अजमोदादि चूर्ण सामग्री
विडंग, देवदारू, अजमोड़ा, लवण, मारीच, पिप्पली आदि।
अजमोदादि चूर्ण उपयोग
3 से 6 ग्राम दो बार गुनगुने पानी के साथ या चिकित्सक या आयुर्वेदाचार्य के निर्देशानुसार
(आकार) में उपलब्ध:
1 किग्रा, 500 ग्राम, 100 ग्राम
सुरक्षा संबंधी जानकारी:
- उपयोग से पहले लेबल को ध्यान से पढ़ें
- ठंडी जगह और सूखी जगह पर, सीधी धूप से दूर रखें
- बच्चों की पहुंच से दूर रखें
- सलाह डी गयी खुराक से अधिक न करें
लक्षदि गुग्गुलु
लक्षदि गुग्गुलु
तनसुख लक्षादि गुग्गुलु ऑस्टियोपोरोसिस के लिए एक आयुर्वेदिक दवा है जिसका व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है। लक्षादि गुग्गुलु हड्डी के फ्रैक्चर को ठीक करने की प्रक्रिया में सहायक है।
मुख्य सामग्री:
लक्षा, हडजोड़, अर्जुन, अश्वगंधा, नागबाला, शुद्ध गुग्गुलु
उपयोग के लिए दिशा-निर्देश:
2 गोलियाँ दो या तीन बार पानी के साथ या आयुर्वेदाचार्य या चिकित्सक के निर्देशानुसार
(आकार) में उपलब्ध:
40 टैब, 250 ग्राम, 500 ग्राम, 1 किग्रा
सुरक्षा संबंधी जानकारी:
- उपयोग से पहले लेबल को ध्यान से पढ़ें
- ठंडी जगह और सूखी जगह पर, सीधी धूप से दूर रखें
- बच्चों की पहुंच से दूर रखें
- सलाह डी गयी खुराक से अधिक न करें