तनसुख प्रमेहगज केशरी मूत्र विकारों में प्रभावी
मुख्य सामग्री:
लौह भस्म, नाग भस्म और वंग भस्म का 1 भाग, अभरख भस्म का 4 भाग, एस शिलाजीत का 5 भाग और वासा केशर और पीसा हुआ निम्बू रस का 6 भाग
उपयोग के लिए दिशा-निर्देश:
1-2 गोलियाँ दो बार दूध के साथ या आयुर्वेदाचार्य या चिकित्सक के निर्देशानुसार लें
(आकार) में उपलब्ध:
10 ग्राम, 500 ग्राम, 1 किग्रा
सुरक्षा संबंधी जानकारी:
- उपयोग से पहले लेबल को ध्यान से पढ़ें
- ठंडी जगह और सूखी जगह पर, सीधी धूप से दूर रखें
- बच्चों की पहुंच से दूर रखें
- सलाह डी गयी खुराक से अधिक न करें