तनसुख महामाश तेल पक्षाघात और अन्य वात संबंधी विकारों में उपयोगी है
आयुर्वेदिक चिकित्सा - सिद्ध योग संग्रह
मुख्य सामग्री: प्रत्येक 10 मि.ली. मर्चिट तेल
रस्ना, अश्वगंधा, सौंफ, देवदारु, कूठ, कंचूर, खरेटी, प्रसारनी, भारंगी, विधारीकंद, पुनर्नवा, शतावरी, श्वेत जीरा, कृष्णा जीरा, हींग, गोखरू, पिपलामूल, चित्रकमूल, शैंदव नमक, मेदा, महामेदा, रिद्धि, विपरीत, मुलेठी , जीवंती, फालसा, बिजौरा निम्बू, ऋषभंक, जीवक, काकोली, क्षीरककोली, दशमूल, उड़द, गोदुघा, तिल पूंछ
उपयोग के लिए दिशा-निर्देश:
जैसा कि आयुर्वेदाचार्य या चिकित्सक द्वारा निर्देशित किया गया है।
केवल बाहरी उपयोग के लिए (केवल वाह्य उपयोग के लिए)
(आकार) में उपलब्ध:
50 मिली, 100 मिली, 500 मिली और 1 लीटर
सुरक्षा संबंधी जानकारी:
- उपयोग से पहले लेबल को ध्यान से पढ़ें
- ठंडी जगह और सूखी जगह पर, सीधी धूप से दूर रखें
- बच्चों की पहुंच से दूर रखें
- सलाह डी गयी खुराक से अधिक न करें
तनसुख महामाश तेल पक्षाघात और अन्य वात संबंधी विकारों में उपयोगी है
आयुर्वेदिक चिकित्सा - सिद्ध योग संग्रह
मुख्य सामग्री: प्रत्येक 10 मि.ली. मर्चिट तेल
रस्ना, अश्वगंधा, सौंफ, देवदारु, कूठ, कंचूर, खरेटी, प्रसारनी, भारंगी, विधारीकंद, पुनर्नवा, शतावरी, श्वेत जीरा, कृष्णा जीरा, हींग, गोखरू, पिपलामूल, चित्रकमूल, शैंदव नमक, मेदा, महामेदा, रिद्धि, विपरीत, मुलेठी , जीवंती, फालसा, बिजौरा निम्बू, ऋषभंक, जीवक, काकोली, क्षीरककोली, दशमूल, उड़द, गोदुघा, तिल पूंछ
उपयोग के लिए दिशा-निर्देश:
जैसा कि आयुर्वेदाचार्य या चिकित्सक द्वारा निर्देशित किया गया है।
केवल बाहरी उपयोग के लिए (केवल वाह्य उपयोग के लिए)
(आकार) में उपलब्ध:
50 मिली, 100 मिली, 500 मिली और 1 लीटर
सुरक्षा संबंधी जानकारी:
- उपयोग से पहले लेबल को ध्यान से पढ़ें
- ठंडी जगह और सूखी जगह पर, सीधी धूप से दूर रखें
- बच्चों की पहुंच से दूर रखें
- सलाह डी गयी खुराक से अधिक न करें