तनसुख गंधक वटी (राज वटी) गैस्ट्रिक समस्याओं, पेट फूलना, अपच और जीआई विकारों में प्रभावी है
मुख्य सामग्री:
शुद्ध गंधक, सैंधव लवण। प्रत्येक 1 भाग, शुंथि 2 भाग
इसके साथ संसाधित: निम्बू रस
उपयोग के लिए दिशा-निर्देश:
भोजन के बाद पानी के साथ दिन में दो या तीन बार 2 गोलियाँ लें या आयुर्वेदाचार्य या चिकित्सक के निर्देशानुसार लें
(आकार) में उपलब्ध:
20 ग्राम, 500 ग्राम,
सुरक्षा संबंधी जानकारी:
- उपयोग से पहले लेबल को ध्यान से पढ़ें
- ठंडी जगह और सूखी जगह पर, सीधी धूप से दूर रखें
- बच्चों की पहुंच से दूर रखें
- सलाह डी गयी खुराक से अधिक न करें
तनसुख गंधक वटी (राज वटी) गैस्ट्रिक समस्याओं, पेट फूलना, अपच और जीआई विकारों में प्रभावी है
मुख्य सामग्री:
शुद्ध गंधक, सैंधव लवण। प्रत्येक 1 भाग, शुंथि 2 भाग
इसके साथ संसाधित: निम्बू रस
उपयोग के लिए दिशा-निर्देश:
भोजन के बाद पानी के साथ दिन में दो या तीन बार 2 गोलियाँ लें या आयुर्वेदाचार्य या चिकित्सक के निर्देशानुसार लें
(आकार) में उपलब्ध:
20 ग्राम, 500 ग्राम,
सुरक्षा संबंधी जानकारी:
- उपयोग से पहले लेबल को ध्यान से पढ़ें
- ठंडी जगह और सूखी जगह पर, सीधी धूप से दूर रखें
- बच्चों की पहुंच से दूर रखें
- सलाह डी गयी खुराक से अधिक न करें