एकांगवीर रस (एकांगवीर रस) एक पारंपरिक आयुर्वेदिक औषधि है जो अपने चिकित्सीय गुणों के लिए जानी जाती है। इसका उपयोग मुख्य रूप से अस्थमा, खांसी और ब्रोंकाइटिस जैसे श्वसन विकारों के उपचार और प्रबंधन में किया जाता है, साथ ही अपच, भूख न लगना और सूजन जैसे पाचन संबंधी मुद्दों के उपचार और प्रबंधन में भी किया जाता है। यहां उत्पाद के बारे में कुछ जानकारी दी गई है:
एकांगवीर रस सामग्री:
रचना - रस सिन्दूर, शुद्ध गंधक, कांत लौह भस्म, वंग भस्म, नाग भस्म, ताम्र भस्म, लौह भस्म, सुंथी (जिंजिबर ऑफिसिनाफे) (Rz.), कालीमिर्च (पाइपर निग्रम) (Fr.), पीपल (पाइपर लोंगम) ( फादर) प्रत्येक 1 भाग
इसके साथ संसाधित - त्रिफला (पी), सुंथी (जिंजिबर ऑफसिनेल) (आरजेड.), कालीमिर्च (पाइपर निग्रम) (एफआर.) , पीपल (पाइपर लोंगम) (एफआर.) , निर्गुंडी (विटेक्स नेगुंडो) (एलएफ.) , चित्रक (प्लंबैगो ज़ेलेनिका) (रिटा.), भृंगराज (एक्लिप्टा अल्बा) (पीआई.), सहिजन (मोरिंगा पर्टिगोस्पर्मा) (बीके.), कूथ (सॉसुरिया लप्पा) (रिटा.), आंवला (एम्बेलिका ऑफिसिनैलिस) (पी.), कुचला (स्ट्राइकन्स नक्स- वोमिका) (Sd), आक (कैलोट्रोपिस प्रोसेरा) (Lf.), धतूरा (Datura मेटा) (Lf.), Adrak (Zingiber officinale) (Rz.) प्रत्येक QS
एकांगवीर रस के उपयोग/फायदे:
एकांगवीर रस (एकांगवीर रस) एक पारंपरिक आयुर्वेदिक औषधि है जो अपने चिकित्सीय गुणों के लिए जानी जाती है। यहां इसके कुछ लाभ दिए गए हैं: (एकांगवीर रस के फायदे)
- अस्थमा, खांसी और ब्रोंकाइटिस जैसे श्वसन संबंधी विकारों के इलाज में मदद करता है
- पाचन में सहायता करता है और अपच, भूख न लगना और सूजन जैसी पाचन संबंधी समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करता है
- प्रतिरक्षा प्रणाली का समर्थन करता है और संक्रमण से लड़ने में मदद करता है
- समग्र स्वास्थ्य और जीवन शक्ति को बेहतर बनाने में मदद करता है
खुराक:
एकांगवीर रस टैबलेट की अनुशंसित खुराक 125 मिलीग्राम से 250 मिलीग्राम है, जिसे दिन में एक या दो बार या आयुर्वेदिक चिकित्सक के निर्देशानुसार लिया जाना चाहिए। भोजन के बाद इसे शहद, अदरक के रस या पानी के साथ लेना चाहिए।
शेल्फ जीवन:
एकांगवीर रस (एकांगवीर रस) की शेल्फ लाइफ निर्माण की तारीख से 5 वर्ष है।
भंडारण:
इसे सीधे धूप और नमी से दूर, ठंडी, सूखी जगह पर संग्रहित किया जाना चाहिए।
सुरक्षा संबंधी जानकारी:
- इसे किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक की देखरेख में लेना चाहिए।
- किसी चिकित्सक की सलाह के बिना इसे अधिक मात्रा में या लंबे समय तक नहीं लेना चाहिए।
- गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं, या 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए इसकी अनुशंसा नहीं की जाती है।
- इसे बच्चों की पहुंच से दूर रखा जाना चाहिए।
एकांगवीर रस के साइड इफेक्ट्स:
- एकांगवीर रस (एकांगवीर रस) के कोई दुष्प्रभाव नहीं हैं, लेकिन इसे केवल निर्धारित खुराक में और चिकित्सकीय देखरेख में ही लेने की सलाह दी जाती है।
कहां खरीदें:
एकांगवीर रस की कीमत काफी उचित है। आप यहां से एकांगवीर रस ऑनलाइन खरीद सकते हैं। यह उत्पाद Amazon, Flipkart और 1mg जैसी खुदरा साइटों पर उपलब्ध है। यदि आप इसे काउंटर पर खरीदना चाहते हैं, तो आपको अपने नजदीकी आयुर्वेदिक स्टोर पर जाना चाहिए।
अमेज़न , फ्लिपकार्ट , टाटा 1एमजी
एकांगवीर रस (एकांगवीर रस) एक पारंपरिक आयुर्वेदिक औषधि है जो अपने चिकित्सीय गुणों के लिए जानी जाती है। इसका उपयोग मुख्य रूप से अस्थमा, खांसी और ब्रोंकाइटिस जैसे श्वसन विकारों के उपचार और प्रबंधन में किया जाता है, साथ ही अपच, भूख न लगना और सूजन जैसे पाचन संबंधी मुद्दों के उपचार और प्रबंधन में भी किया जाता है। यहां उत्पाद के बारे में कुछ जानकारी दी गई है:
एकांगवीर रस सामग्री:
रचना - रस सिन्दूर, शुद्ध गंधक, कांत लौह भस्म, वंग भस्म, नाग भस्म, ताम्र भस्म, लौह भस्म, सुंथी (जिंजिबर ऑफिसिनाफे) (Rz.), कालीमिर्च (पाइपर निग्रम) (Fr.), पीपल (पाइपर लोंगम) ( फादर) प्रत्येक 1 भाग
इसके साथ संसाधित - त्रिफला (पी), सुंथी (जिंजिबर ऑफसिनेल) (आरजेड.), कालीमिर्च (पाइपर निग्रम) (एफआर.) , पीपल (पाइपर लोंगम) (एफआर.) , निर्गुंडी (विटेक्स नेगुंडो) (एलएफ.) , चित्रक (प्लंबैगो ज़ेलेनिका) (रिटा.), भृंगराज (एक्लिप्टा अल्बा) (पीआई.), सहिजन (मोरिंगा पर्टिगोस्पर्मा) (बीके.), कूथ (सॉसुरिया लप्पा) (रिटा.), आंवला (एम्बेलिका ऑफिसिनैलिस) (पी.), कुचला (स्ट्राइकन्स नक्स- वोमिका) (Sd), आक (कैलोट्रोपिस प्रोसेरा) (Lf.), धतूरा (Datura मेटा) (Lf.), Adrak (Zingiber officinale) (Rz.) प्रत्येक QS
एकांगवीर रस के उपयोग/फायदे:
एकांगवीर रस (एकांगवीर रस) एक पारंपरिक आयुर्वेदिक औषधि है जो अपने चिकित्सीय गुणों के लिए जानी जाती है। यहां इसके कुछ लाभ दिए गए हैं: (एकांगवीर रस के फायदे)
- अस्थमा, खांसी और ब्रोंकाइटिस जैसे श्वसन संबंधी विकारों के इलाज में मदद करता है
- पाचन में सहायता करता है और अपच, भूख न लगना और सूजन जैसी पाचन संबंधी समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करता है
- प्रतिरक्षा प्रणाली का समर्थन करता है और संक्रमण से लड़ने में मदद करता है
- समग्र स्वास्थ्य और जीवन शक्ति को बेहतर बनाने में मदद करता है
खुराक:
एकांगवीर रस टैबलेट की अनुशंसित खुराक 125 मिलीग्राम से 250 मिलीग्राम है, जिसे दिन में एक या दो बार या आयुर्वेदिक चिकित्सक के निर्देशानुसार लिया जाना चाहिए। भोजन के बाद इसे शहद, अदरक के रस या पानी के साथ लेना चाहिए।
शेल्फ जीवन:
एकांगवीर रस (एकांगवीर रस) की शेल्फ लाइफ निर्माण की तारीख से 5 वर्ष है।
भंडारण:
इसे सीधे धूप और नमी से दूर, ठंडी, सूखी जगह पर संग्रहित किया जाना चाहिए।
सुरक्षा संबंधी जानकारी:
- इसे किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक की देखरेख में लेना चाहिए।
- किसी चिकित्सक की सलाह के बिना इसे अधिक मात्रा में या लंबे समय तक नहीं लेना चाहिए।
- गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं, या 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए इसकी अनुशंसा नहीं की जाती है।
- इसे बच्चों की पहुंच से दूर रखा जाना चाहिए।
एकांगवीर रस के साइड इफेक्ट्स:
- एकांगवीर रस (एकांगवीर रस) के कोई दुष्प्रभाव नहीं हैं, लेकिन इसे केवल निर्धारित खुराक में और चिकित्सकीय देखरेख में ही लेने की सलाह दी जाती है।
कहां खरीदें:
एकांगवीर रस की कीमत काफी उचित है। आप यहां से एकांगवीर रस ऑनलाइन खरीद सकते हैं। यह उत्पाद Amazon, Flipkart और 1mg जैसी खुदरा साइटों पर उपलब्ध है। यदि आप इसे काउंटर पर खरीदना चाहते हैं, तो आपको अपने नजदीकी आयुर्वेदिक स्टोर पर जाना चाहिए।
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