389 products
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करेला चूर्ण
करेला चूर्ण
चिकित्सीय उपयोग (लाभ):
रक्त विकार, पेट के कीड़े और मधुमेह में कारगर
मुख्य सामग्री:
करेले
इस्तेमाल केलिए निर्देश:
1 से 5 ग्राम दिन में दो बार पानी के साथ या चिकित्सक या आयुर्वेदाचार्य के निर्देशानुसार
(आकार) में उपलब्ध:
1 किग्रा, 500 ग्राम, 100 ग्राम
सुरक्षा संबंधी जानकारी:
- उपयोग से पहले लेबल को ध्यान से पढ़ें
- ठंडी जगह और सूखी जगह पर, सीधी धूप से दूर रखें
- बच्चों की पहुंच से दूर रखें
- सलाह डी गयी खुराक से अधिक न करें

Karela Jamun Churna
Karela Jamun Churna
Therapeutic Uses (Benefits): Effective in managent of pitt imbalance and diabetes.Highly recommended for pre-diabetics.
Karela Jamun Churna – Natural Support for Blood Sugar & Digestion
Product Description:
Karela Jamun Churna is a powerful blend of bitter gourd (karela) and Indian blackberry (jamun)—two time-tested Ayurvedic ingredients known for their blood sugar management and digestive health benefits. This herbal powder helps maintain healthy glucose levels, supports metabolism, and promotes overall wellness.
Blood Sugar Regulation
Improved Digestion
Weight Management
Detoxification
Skin Health
Boosted Immunity
Liver Health
Key Ingredients: Each 5g contains:
Karela ( Momordica charantia ) (frt.) 2.5g
jamun ( Eugenia jambolana ) ( Sd.) 2.5g
Directions for Use:
1 to 5 grams twice a day with water or as directed by Physician or Ayurvedacharya
Safety Information:
- Read the label Carefully before use
- Store in a cool place and dry place, Away from direct sunlight
- Keep out of the reach of children
- Do not exceed the recommended dose

करेला जामुन जूस (स्वरस) गिलोय और गुड़मार के साथ
From ₹ 175.00
Unit price perकरेला जामुन जूस (स्वरस) गिलोय और गुड़मार के साथ
From ₹ 175.00
Unit price perतनसुख करेला जामुन जूस (गिलोय और गुड़मार के साथ) एक आयुर्वेदिक औषधीय मिश्रण है जिसमें ऐसे गुण हैं जो मधुमेह मेलेटस में सहायक हैं। करेला जामुन जूस का उपयोग मधुमेह के कारण होने वाले अनियमित मूत्र स्राव को कम करने में सहायक होगा। इसमें गिलोय और गुड़मार भी होता है जो पीलिया और मियादी बुखार में मदद करता है। जामुन करेला जूस मधुमेह के कारण होने वाली थकान को कम करने में सहायक है।
मुख्य सामग्री:
करेला, जामुन, गुड़मार, गिलोय
उपयोग के लिए दिशा-निर्देश:
10-20 मि.ली. दिन में दो बार पानी के साथ या आयुर्वेदाचार्य या चिकित्सक के निर्देशानुसार
नोट: बोतल खोलने के बाद एक महीने के अंदर इस जूस का सेवन करें. (बोटल चिप्स के बाद एक महीने के अंदर इस रस का सेवन करें)
(आकार) में उपलब्ध:
500 मि.ली., 1000 मि.ली
सुरक्षा संबंधी जानकारी:
- उपयोग से पहले लेबल को ध्यान से पढ़ें
- ठंडी जगह और सूखी जगह पर, सीधी धूप से दूर रखें
- बच्चों की पहुंच से दूर रखें
- सलाह डी गयी खुराक से अधिक न करें

करेला जामुन का रस (गिलोय और गुड़मार के साथ)
From ₹ 180.00
Unit price perकरेला जामुन का रस (गिलोय और गुड़मार के साथ)
From ₹ 180.00
Unit price perतनसुख करेला जामुन का रस (गिलोय और गुड़मार के साथ) मधुमेह और मूत्र संबंधी विकारों, पीलिया और रुक-रुक कर होने वाले बुखार, मधुमेह के कारण सुस्ती और कमजोरी के प्रबंधन में प्रभावी है।
मुख्य सामग्री:
करेला, जामुन, गुड़मार, गिलोय, भाव प्रकाश
उपयोग के लिए दिशा-निर्देश:
10 मिली से 20 मिली प्रतिदिन दो बार पानी के साथ या आयुर्वेदाचार्य या चिकित्सक के निर्देशानुसार
नोट: बोतल खोलने के बाद एक महीने के अंदर इस जूस का सेवन करें. (बोटल चिप्स के बाद एक महीने के अंदर इस रस का सेवन करें)
(आकार) में उपलब्ध:
500 मि.ली., 1000 मि.ली
सुरक्षा संबंधी जानकारी:
- उपयोग से पहले लेबल को ध्यान से पढ़ें
- ठंडी जगह और सूखी जगह पर, सीधी धूप से दूर रखें
- बच्चों की पहुंच से दूर रखें
- सलाह डी गयी खुराक से अधिक न करें

कास मंत्रा कैप्सूल
कास मंत्रा कैप्सूल
चिकित्सीय उपयोग (लाभ):
पुरानी खांसी, सर्दी, सीने में जकड़न और एलर्जी संबंधी खांसी में सहायक।
मुख्य सामग्री:
चंद्रामृत रस, मुलेठी, टंकण भस्म, रस सिन्दूर, कफकर्तरी रस और श्रृंगारभ्र
इस्तेमाल केलिए निर्देश:
1-2 कैप्सूल दिन में दो या तीन बार गर्म पानी के साथ या चिकित्सक के निर्देशानुसार।
परहेज: ठंडे और खट्टे खाद्य पदार्थ
(आकार) में उपलब्ध:
500कैप्स, 60कैप्स, 20कैप्स
सुरक्षा संबंधी जानकारी:
- उपयोग से पहले लेबल को ध्यान से पढ़ें
- सीधे सूर्य की रोशनी से दूर, ठंडी जगह और सूखी जगह पर स्टोर करें
- बच्चों की पहुंच से दूर रखें
- सलाह डी गयी खुराक से अधिक न करें

कास मंत्रा सिरप
कास मंत्रा सिरप
चिकित्सीय उपयोग (लाभ):
पुरानी खांसी, सर्दी, छाती में जमाव और एलर्जी वाली खांसी में सहायक।
मुख्य सामग्री:
हरीतकी, मुलेठी, शुद्ध नौसादर, सोमलता, तालीस पात्रा, कटेरी छोटी, वासा, मेन्थॉल आदि
इस्तेमाल केलिए निर्देश:
2 चम्मच (10 मि.ली.) दिन में दो या तीन बार गर्म पानी के साथ या चिकित्सक के निर्देशानुसार।
परहेज: ठंडे और खट्टे खाद्य पदार्थ
(आकार) में उपलब्ध:
100 मि.ली., 200 मि.ली
सुरक्षा संबंधी जानकारी:
- उपयोग से पहले लेबल को ध्यान से पढ़ें
- सीधे सूर्य की रोशनी से दूर, ठंडी जगह और सूखी जगह पर स्टोर करें
- बच्चों की पहुंच से दूर रखें
- सलाह डी गयी खुराक से अधिक न करें

कास मंत्रा सिरप (शुगर फ्री)
From ₹ 80.00
Unit price perकास मंत्रा सिरप (शुगर फ्री)
From ₹ 80.00
Unit price perचिकित्सीय उपयोग (लाभ):
पुरानी खांसी, सर्दी, छाती में जमाव और एलर्जी वाली खांसी में सहायक।
मुख्य सामग्री:
हरीतकी, मुलेठी, शुद्ध नौसादर, सोमलता, तालीस पात्रा, कटेरी छोटी, वासा, मेन्थॉल आदि
इस्तेमाल केलिए निर्देश:
2 चम्मच (10 मि.ली.) दिन में दो या तीन बार गर्म पानी के साथ या चिकित्सक के निर्देशानुसार।
परहेज: ठंडे और खट्टे खाद्य पदार्थ
(आकार) में उपलब्ध:
100 मि.ली., 200 मि.ली
सुरक्षा संबंधी जानकारी:
- उपयोग से पहले लेबल को ध्यान से पढ़ें
- सीधे सूर्य की रोशनी से दूर, ठंडी जगह और सूखी जगह पर स्टोर करें
- बच्चों की पहुंच से दूर रखें
- सलाह डी गयी खुराक से अधिक न करें

काशीसाडी पूँछ
काशीसाडी पूँछ
तनसुख काशीसदी तेल बवासीर में असरदार।
केवल बाहरी उपयोग के लिए (केवल वाह्य उपयोग के लिए)
मुख्य सामग्री:
हर कसीस, शुद्ध मुख्य हरताल, सेंधा नमक, कलिहारी, पुष्करमूल, शुंठी, पीपल, विडंग, चित्रक, कुटज, दंती, स्वर्णचिरि, कनेर, वासा, पटोलपत्र, स्नूही, मदार, तिल पूंछ, गोमूत्र
उपयोग के लिए दिशा-निर्देश:
जैसा कि आयुर्वेदाचार्य या चिकित्सक द्वारा निर्देशित किया गया है।
(आकार) में उपलब्ध:50 मिली, 500 मिली और 1 लीटर
सुरक्षा संबंधी जानकारी:- उपयोग से पहले लेबल को ध्यान से पढ़ें
- ठंडी जगह और सूखी जगह पर, सीधी धूप से दूर रखें
- बच्चों की पहुंच से दूर रखें
- सलाह डी गयी खुराक से अधिक न करें

कौंच बीज (कपिकाच्छु चूर्ण)
कौंच बीज (कपिकाच्छु चूर्ण)
मुख्य सामग्री:
कपिकच्छु/कौंच बीज (दुग्ध शोधित)
इस्तेमाल केलिए निर्देश:
1 से 4 ग्राम दिन में दो बार दूध या पानी के साथ या चिकित्सक या आयुर्वेदाचार्य के निर्देशानुसार
(आकार) में उपलब्ध:
1 किग्रा, 500 ग्राम, 100 ग्राम
सुरक्षा संबंधी जानकारी:
- उपयोग से पहले लेबल को ध्यान से पढ़ें
- ठंडी जगह और सूखी जगह पर, सीधी धूप से दूर रखें
- बच्चों की पहुंच से दूर रखें
- सलाह डी गयी खुराक से अधिक न करें

कौंच पाक
कौंच पाक
तनसुख अजमोदादि चूर्ण तंत्रिका और शारीरिक कमजोरी में एक आयुर्वेदिक प्रभावी है
आयुर्वेदिक चिकित्सा - रसतंत्र सार
सामग्री: प्रत्येक 10 ग्राम में होता है
शुद्ध बच्छनाभ, जयफल, जावित्री, सोंठ, लवंगा, अकरकरा, जीरा, पीपल, दालचीनी, तेजपत्र, इलाइची, नागकेशर, कपूर, शीतलमिर्च, समुद्रशोष, शुद्ध भिलावा, केशर, करंज, खुरासानी, अजवाइन, तालमखाना, रस सिन्दूर, नाग भस्म, वंग भस्म, लौह भस्म, कालीमुसली, कौंच, सरकरा, घी, गोदुग्ध
उपयोग :
5 ग्राम दो या तीन बार दूध या पानी के साथ या चिकित्सक या आयुर्वेदाचार्य के निर्देशानुसार
(आकार) में उपलब्ध:
1 किग्रा, 500 ग्राम, 250 ग्राम 100 ग्राम
सुरक्षा संबंधी जानकारी:
- उपयोग से पहले लेबल को ध्यान से पढ़ें
- ठंडी जगह और सूखी जगह पर, सीधी धूप से दूर रखें
- बच्चों की पहुंच से दूर रखें
- सलाह डी गयी खुराक से अधिक न करें

खदिरारिष्ट सिरप
From ₹ 170.00
Unit price perखदिरारिष्ट सिरप
From ₹ 170.00
Unit price perतनसुख खदिरारिष्ट सिरप रक्त शोधक और त्वचा रोगों में कारगर है
मुख्य सामग्रियां: प्रत्येक 10 मिलीलीटर निम्न से तैयार किया जाता है:
क्वाथ द्रव्य: खादिर, देवदारु, बाकुची, दारुहरिद्रा, हरीतकी, बिभीतक, आमलकी,
प्रक्षेप द्रव्य : कंकोल, नागकेसर, जयपाल, लवंगा, त्वक, इला, तेजपत्र, पिप्पली, धातकी, मधु, सरकार
उपयोग के लिए दिशा-निर्देश:
3 से 6 चम्मच (15 से 30 मि.ली.) बराबर पानी के साथ भोजन के बाद दो बार या आयुर्वेदाचार्य या चिकित्सक के निर्देशानुसार
परहेज : मसाले, तेल, बासी और गरिष्ठ भोजन से बचना चाहिए।
इस्तेमाल से पहले अच्छी तरह हिलायें।
स्व-निर्मित शराब
(आकार) में उपलब्ध:
450 मि.ली., 680 मि.ली
सुरक्षा संबंधी जानकारी:
- उपयोग से पहले लेबल को ध्यान से पढ़ें
- ठंडी जगह और सूखी जगह पर, सीधी धूप से दूर रखें
- बच्चों की पहुंच से दूर रखें
- सलाह डी गयी खुराक से अधिक न करें

कूल्स (ठंडा टेल)
From ₹ 80.00
Unit price perकूल्स (ठंडा टेल)
From ₹ 80.00
Unit price perचिकित्सीय उपयोग (लाभ):
सिरदर्द, तनाव, मानसिक और शारीरिक थकान और अनिद्रा में उपयोगी
मुख्य सामग्री:
आंवला, भृंगराज, ग्रिटकुमारी, भीमसेनी कपूर, शिकाकाई, सत पुदीना
इस्तेमाल केलिए निर्देश:
अपने बालों के घनत्व के अनुसार पर्याप्त मात्रा में तेल का उपयोग करें और धीरे से मालिश करें
(आकार) में उपलब्ध:
50 मिली, 100 मिली, 200 मिली, 500 मिली
सुरक्षा संबंधी जानकारी:
- उपयोग से पहले लेबल को ध्यान से पढ़ें
- सीधे सूर्य की रोशनी से दूर, ठंडी जगह और सूखी जगह पर स्टोर करें
- बच्चों की पहुंच से दूर रखें
- सलाह डी गयी खुराक से अधिक न करें

कुबेरक्षादि वटी
कुबेरक्षादि वटी
तनसुख कुबेरक्षादि वटी समृद्ध जड़ी-बूटियों का एक आयुर्वेदिक संयोजन है। कुबेरक्षादि वटी गैस्ट्रो-आंत्र समस्याओं जैसे चिड़चिड़ा आंत्र सिंड्रोम, क्रोनिक डायरिया, कब्ज और अन्य संबंधित विकारों के लिए एक आयुर्वेदिक दवा है।
मुख्य सामग्री:
सुंठी, कालीमिर्च, पीपल, करज, सौवर्चन लवन
उपयोग के लिए दिशा-निर्देश:
2-4 गोलियाँ दिन में दो बार गुनगुने पानी के साथ या आयुर्वेदाचार्य या चिकित्सक के निर्देशानुसार।
2-4 टेबलेट गुनगुने पानी के साथ दिन में दो बार।
(आकार) में उपलब्ध:
10 ग्राम, 20 ग्राम, 500 ग्राम, 1 किग्रा
सुरक्षा संबंधी जानकारी:
- उपयोग से पहले लेबल को ध्यान से पढ़ें
- ठंडी जगह और सूखी जगह पर, सीधी धूप से दूर रखें
- बच्चों की पहुंच से दूर रखें
- सलाह डी गयी खुराक से अधिक न करें

कुमार्यासव सिरप
From ₹ 155.00
Unit price perकुमार्यासव सिरप
From ₹ 155.00
Unit price perतनसुख कुमार्यासव सिरप लिवर और पाचन विकारों में प्रभावी है।
जीआई विकारों में प्रभावी
मुख्य सामग्रियां: प्रत्येक 10 मिलीलीटर निम्न से तैयार किया जाता है:
प्रक्षेप द्रव्य: लौह-भस्म, सोंठ, कालीमिर्च, पिप्पली, लवंगा, त्वक, इला, तेजपत्र, नागकेसर, चित्रक, पिप्पलिमूल, विडंग, गजपिप्पली, चव्य, हपुसा, धनिया, सुपारी, कुटकी, नागरमोथा, हरीतकी, बिभीतका, आमलकी, रसना , देवदारू, हरिद्रा, दारुहरिद्रा, मुरवा, मुलेठी, दंती, पुष्करमूल, बाला, अतिबला, कौंच, गोखरू, सौंफ, हिंगुपत्री, अकरकरा, उतिंगन, श्वेत पुनामा, रक्त पुनमवा, लोध्र, स्वममक्षिका भस्म, धातकी, मधु, गुड
उपयोग के लिए दिशा-निर्देश:
3 से 6 चम्मच (15 से 30 मि.ली.) बराबर पानी के साथ भोजन के बाद दो बार या आयुर्वेदाचार्य या चिकित्सक के निर्देशानुसार
परहेज : मसाले, तेल, बासी और गरिष्ठ भोजन से बचना चाहिए।
इस्तेमाल से पहले अच्छी तरह हिलायें।
स्व-निर्मित शराब
(आकार) में उपलब्ध:
450 मि.ली., 680 मि.ली
सुरक्षा संबंधी जानकारी:
- उपयोग से पहले लेबल को ध्यान से पढ़ें
- ठंडी जगह और सूखी जगह पर, सीधी धूप से दूर रखें
- बच्चों की पहुंच से दूर रखें
- सलाह डी गयी खुराक से अधिक न करें

Kumkumadi Tail + Glo Mantra Gel ( Personal Care ) COMBO PACK
Kumkumadi Tail + Glo Mantra Gel ( Personal Care ) COMBO PACK
Elevate your skincare routine with the Kumkumadi Tail and Glo Mantra Gel Combo Pack. This luxurious duo is designed to enhance your natural beauty, providing your skin with the nourishment and care it deserves. Whether you're aiming for a radiant glow or targeting specific skin concerns, this combo offers a holistic approach to skincare.
-
Kumkumadi Tail: Known as the elixir of beauty, Kumkumadi Tail is a traditional Ayurvedic oil that helps in brightening the complexion, reducing dark spots, and improving skin texture. Infused with precious herbs and saffron, this oil penetrates deep into the skin, promoting a youthful and radiant appearance. Regular use can help in achieving even-toned, glowing skin.
-
Glo Mantra Gel: This lightweight gel is formulated to hydrate and rejuvenate the skin, leaving it soft, smooth, and refreshed. Enriched with natural ingredients, Glo Mantra Gel works to lock in moisture, soothe irritated skin, and enhance your skin's natural glow. It's perfect for daily use and suits all skin types, making it an essential part of your skincare routine.
Key Features:
- Radiant Skin: The combination of Kumkumadi Tail and Glo Mantra Gel works synergistically to brighten and even out skin tone, giving you a natural, healthy glow.
- Hydration and Nourishment: Glo Mantra Gel provides deep hydration while Kumkumadi Tail nourishes and revitalizes the skin from within.
- Natural Ingredients: Both products are made with natural and herbal ingredients, free from harmful chemicals and additives.
- Suitable for All Skin Types: Gentle on the skin, this combo is ideal for all skin types, including sensitive skin.
Usage Instructions:
- Kumkumadi Tail: Apply a few drops of Kumkumadi Tail on your face and neck after cleansing. Gently massage in a circular motion until fully absorbed. For best results, use it at night before bedtime.
- Glo Mantra Gel: Apply a thin layer of Glo Mantra Gel on cleansed skin. Use it in the morning or as needed to keep your skin hydrated and glowing throughout the day.
Why Choose Kumkumadi Tail + Glo Mantra Gel Combo Pack?
- Holistic Skincare: This combo provides comprehensive care, addressing multiple skin concerns from hydration to complexion brightening.
- Natural and Safe: Made with natural ingredients, this combo ensures your skin is treated with the best nature has to offer.
- Trusted Quality: Formulated with traditional knowledge and modern science, this combo is designed to deliver effective results.
Safety Information:
- Read the label Carefully before use
- Store in a cool place and dry place, Away from direct sunlight
- Keep out of the reach of children
- Do not exceed the recommended dose

कस्मिरी केसर के साथ कुमकुमादि तेल (तेल)।
कस्मिरी केसर के साथ कुमकुमादि तेल (तेल)।
तनसुख कुमकुमादि तैलम, कुमकुमादि तेल काले निशान, पिंपल्स, सन टैन, डार्क सर्कल और झुर्रियों के लिए एक आयुर्वेदिक हर्बल तेल है। कुकुमादि तेल त्वचा को पूर्ण सुरक्षा प्रदान करता है और चमक और त्वचा की रंगत में सुधार करता है। यह त्वचा की चमक में सुधार करता है।
मुख्य सामग्री:
केशर, श्वेत चंदन, लोधरा पतंग, रक्त लाल चंदन, खास, मंजीठ, कमल, माँ, रसना, दारुहल्दी, पद्मक, तेजपत्र, पुष्करमूल, वतनकुर, नागकेशर, पलाश और कई अन्य
उपयोग के लिए दिशा-निर्देश: (केवल बाहरी उपयोग)
अपनी हथेली पर तेल की 5 से 7 बूंदें लें और दोनों हथेलियों को आपस में रगड़ें, फिर इसे अपने चेहरे और गर्दन पर लगाएं। 4-5 मिनट तक धीरे-धीरे मसाज करें, जब तक कि यह सूख न जाए। या चिकित्सक या आयुर्वेदाचार्य के निर्देशानुसार
(आकार) में उपलब्ध:
15 मि.ली
सुरक्षा संबंधी जानकारी:
- उपयोग से पहले लेबल को ध्यान से पढ़ें
- सीधे सूर्य की रोशनी से दूर, ठंडी जगह और सूखी जगह पर स्टोर करें
- बच्चों की पहुंच से दूर रखें
- सलाह डी गयी खुराक से अधिक न करें

कुष्ठकुठार रस
कुष्ठकुठार रस
तनसुख कुष्ठकुठार रस त्वचा संबंधी समस्याओं में कारगर है
आयुर्वेदिक चिकित्सा - शारंगधर संहिता
मुख्य सामग्री:
शुद्ध पारद, शुद्ध गंधक, लौह भस्म, ताम्र भस्म, शुद्ध गुग्गुल, हरड़, , बहेड़ा, आंवला, बकायन, चित्रक, शिलाजीत, अभ्रक भस्म
उपयोग के लिए दिशा-निर्देश:
1 गोली शहद के साथ दिन में दो बार या आयुर्वेदाचार्य या चिकित्सक के निर्देशानुसार
(आकार) में उपलब्ध:
10 ग्राम, 500 ग्राम, 1 किग्रा
सुरक्षा संबंधी जानकारी:
- उपयोग से पहले लेबल को ध्यान से पढ़ें
- ठंडी जगह और सूखी जगह पर, सीधी धूप से दूर रखें
- बच्चों की पहुंच से दूर रखें
- सलाह डी गयी खुराक से अधिक न करें

कुटज चूर्ण
कुटज चूर्ण
तनसुख कुटज चूर्ण {होलेरहेना एंटीडिसेंटरिका} बवासीर, दस्त पेचिश और रक्तस्राव रोकने में प्रभावी
कुटज चूर्ण सामग्री
प्रत्येक 10 ग्राम पाउडर में कुटज चूर्ण {होलेरहेना एंटीडिसेंटरिका} {बीके.} होता है।
अजमोदादि चूर्ण उपयोग
1 से 3 ग्राम दो बार पानी के साथ या चिकित्सक या आयुर्वेदाचार्य के निर्देशानुसार
(आकार) में उपलब्ध:
500 ग्राम, 100 ग्राम
सुरक्षा संबंधी जानकारी:
- उपयोग से पहले लेबल को ध्यान से पढ़ें
- ठंडी जगह और सूखी जगह पर, सीधी धूप से दूर रखें
- बच्चों की पहुंच से दूर रखें
- सलाह डी गयी खुराक से अधिक न करें